पाकिस्तान की संसदीय कार्यवाही पहले दिन स्थगित हो गई है। नेशनल असेंबली में अब सोमवार यानी 28 मार्च को इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। दरअसल, सांसद ख्याल जमां के निधन के बाद ये सदन की पहली बैठक थी। पाकिस्तान की संसदीय परंपरा के मुताबिक किसी सांसद का निधन होने पर सदन की पहली बैठक में केवल श्रद्धांजलि दी जाती है।
पाकिस्तान की राजनीति से जुड़े बड़े अपडेट्स…
- फवाद ने बागी सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि जिस नेता के नाम पर वोट हासिल किए उसी की पीठ में छुरा घोंपना शर्म की बात है।
- अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रही इमरान सरकार के 24 सांसद बागी हो गए हैं। बिना किसी बाहरी मदद के इमरान की कुर्सी जाना लगभग तय है।
- इमरान खान आज मसेहरा में एक पब्लिक रैली को संबोधित करेंगे। सीनेटर फैसल जावेद खान ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस बात की जानकारी दी।
- फवाद चौधरी का आरोप है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने अनुच्छेद 63-ए पर सुनवाई करने वाली बैंच के खिलाफ सोशल मीडिया कैम्पेन शुरू किया था।
MQM-P बोली- वक्त आने पर खोलेंगे पत्ते
मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (MQM-P) के प्रवक्ता का कहना है कि अभी तक अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष के साथ कोई समझौता नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि MQM इस प्रस्ताव को लेकर विपक्ष और सरकार दोनों के साथ संपर्क में है। हम वक्त आने पर ही अपने पत्ते खोलेंगे।
सभी सांसदों के वोट गिने जाएंगे
इमरान सरकार ने अनुच्छेद 63 के हवाले से पाक सुप्रीम कोर्ट से मांग की थी कि बागी सांसदों का वोट न गिने जाए। इस पर पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश उमर अता बंदियाल ने गुरुवार को कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान डाले गए वोटों की गिनती नहीं करना संविधान की अवमानना होगा। इसी के साथ अब यह तय हो गया है कि सभी सांसदों के वोट गिने जाएंगे।
शेख रशीद का बागी नेताओं पर तंज…
अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने के पहले इमरान सरकार के होम मिनिस्टर शेख रशीद का बड़ा बयान सामने आया है। गुरुवार को इस्लामाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए रशीद ने पार्टी बदलने वाले बागी नेताओं से कहा कि ऐसा करके उनका कोई भला नहीं होगा।